“भारतीय समाज में काले और गोरे की मानसिकता”भारत में ‘काले और गोरे’ का मुद्दा केवल त्वचा के रंग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज की मानसिकता, संस्कृति और इतिहास से गहराई से जुड़ा हुआ है। रंगभेद की यह मानसिकता औपनिवेशिक काल से पहले भी विद्यमान थी, लेकिन...
Author, Poet, Writer, Story Writer, Blogger, Language Learner, Kaithi, Angika, Website Developer, eCommerce Consultant click here →